- January 12, 2025
महाकुंभ मेले के दौरान मुख्य स्नान पर्वों पर रेलवे स्टेशनों पर विशेष व्यवस्था

महाकुंभ मेले के दौरान मुख्य स्नान पर्वों पर रेलवे स्टेशनों पर विशेष व्यवस्था
महाकुंभ-2025 में प्रयागराज आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने प्रयागराज जंक्शन, सूबेदारगंज, प्रयागराज छिवकी, और नैनी स्टेशनों पर विशेष व्यवस्थाएँ की हैं। इन व्यवस्थाओं का उद्देश्य मुख्य स्नान पर्वों पर भीड़ को सुव्यवस्थित तरीके से संभालना है। मुख्य स्नान पर्वों की तिथियां हैं:
- पौष पूर्णिमा: 13 जनवरी 2025
- मकर संक्रांति: 14 जनवरी 2025
- मौनी अमावस्या: 29 जनवरी 2025
- बसंत पंचमी: 3 फरवरी 2025
- माघी पूर्णिमा: 12 फरवरी 2025
- महाशिवरात्रि: 26 फरवरी 2025
प्रयागराज जंक्शन
- प्रवेश और निकास: प्रवेश केवल सिटी साइड (प्लेटफॉर्म नं.-1 की ओर) से होगा, जबकि निकास सिविल लाइंस साइड से किया जाएगा।
- अनारक्षित यात्री: दिशावार यात्री आश्रय के माध्यम से प्रवेश, टिकट की व्यवस्था अनारक्षित टिकट काउंटर, ए.टी.वी.एम, और मोबाइल टिकटिंग के माध्यम से होगी।
- आरक्षित यात्री: गेट नंबर 5 के माध्यम से अलग प्रवेश दिया जाएगा।
नैनी जंक्शन
- प्रवेश और निकास: प्रवेश स्टेशन रोड से और निकास मालगोदाम की ओर (द्वितीय प्रवेश द्वार) से होगा।
- अनारक्षित यात्री: दिशावार यात्री आश्रय के माध्यम से प्रवेश, टिकट की व्यवस्था अनारक्षित टिकट काउंटर, ए.टी.वी.एम, और मोबाइल टिकटिंग से होगी।
- आरक्षित यात्री: गेट नंबर 2 से प्रवेश दिया जाएगा।
प्रयागराज छिवकी स्टेशन
- प्रवेश और निकास: प्रवेश प्रयागराज-मिर्जापुर राजमार्ग से जोड़ने वाले सीओडी मार्ग से और निकास जी.ई.सी नैनी रोड (प्रथम प्रवेश) की ओर से होगा।
- अनारक्षित यात्री: दिशावार यात्री आश्रय के माध्यम से प्रवेश, टिकट की व्यवस्था अनारक्षित टिकट काउंटर, ए.टी.वी.एम, और मोबाइल टिकटिंग के माध्यम से होगी।
- आरक्षित यात्री: गेट नंबर 2 से प्रवेश दिया जाएगा।
सूबेदारगंज स्टेशन
- प्रवेश और निकास: प्रवेश झलवा (कौशाम्बी रोड) की ओर से और निकास जी.टी. रोड की ओर से होगा।
- अनारक्षित यात्री: यात्री आश्रय की व्यवस्था, टिकट की व्यवस्था अनारक्षित टिकट काउंटर, ए.टी.वी.एम, और मोबाइल टिकटिंग के माध्यम से होगी।
- आरक्षित यात्री: गेट नंबर 3 से प्रवेश दिया जाएगा।
इन व्यवस्थाओं का मुख्य उद्देश्य यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और उन्हें बिना किसी परेशानी के उनकी यात्रा पूरी करने में मदद करना है। महाकुंभ के दौरान इन नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए रेलवे प्रशासन कड़ी निगरानी रखेगा।